Monday 24 October 2011

ॐ जम्दग्नाय विदमहे महावीराय धी महि तन्नो परशुरामः प्रचोदयात !

ॐ जम्दग्नाय विदमहे महावीराय धी महि तन्नो परशुरामः प्रचोदयात  !

भृगु नंदन भगवान श्री परशुराम की जय ...............

 गाओ आरती भृगु नंदन भगवान श्री परशुराम की जय !
मन से करो वन्दना , माँ रेणुका के लाल की !
                                        गाओ आरती भृगु नंदन...........
जो बाल ब्रह्मचारी है , भृगुकुल के नंदन  !
जिनके काँधे पर धनुष - बान, माथे पर चन्दन !
शिव शंक्कर  भोले नाथ का , सदा करते है बंदन !
                                      गाओ आरती भृगु नंदन...........
सहस्त्रबाहू छेड़ डाला , फरसे की धार से !
 शूर-वीर क्षत्रिय दरके , भागें इनकी मार से ! 
होने लगी जय जय चारो लोक , ब्राह्मन नाम की !
करो अर्चना ऐसे शूर-वीर भगवान की  !
                                 गाओ आरती भृगु नंदन...........
पूरण ब्रह्मज्ञानी ,सर्वगुण संपन्न , सर्व शक्तिमान की  !
मन से करो वन्दना , माँ रेणुका के लाल की !
                                 गाओ आरती भृगु नंदन...........


नरेश कुमार शर्मा "नरेश" 

No comments:

Post a Comment