ॐ जम्दग्नाय विदमहे महावीराय धी महि तन्नो परशुरामः प्रचोदयात !
भृगु नंदन भगवान श्री परशुराम की जय ...............
गाओ आरती भृगु नंदन भगवान श्री परशुराम की जय !
मन से करो वन्दना , माँ रेणुका के लाल की !
गाओ आरती भृगु नंदन...........
जो बाल ब्रह्मचारी है , भृगुकुल के नंदन !
जिनके काँधे पर धनुष - बान, माथे पर चन्दन !
शिव शंक्कर भोले नाथ का , सदा करते है बंदन !
गाओ आरती भृगु नंदन...........
सहस्त्रबाहू छेड़ डाला , फरसे की धार से !
शूर-वीर क्षत्रिय दरके , भागें इनकी मार से !
होने लगी जय जय चारो लोक , ब्राह्मन नाम की !
करो अर्चना ऐसे शूर-वीर भगवान की !
गाओ आरती भृगु नंदन...........
पूरण ब्रह्मज्ञानी ,सर्वगुण संपन्न , सर्व शक्तिमान की !
मन से करो वन्दना , माँ रेणुका के लाल की !
गाओ आरती भृगु नंदन...........
नरेश कुमार शर्मा "नरेश"
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